Category Archives: Literature

दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है

दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है आख़िर इस दर्द की दवा क्या है

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दिल की नज़र से, नज़रों की दिल से

दिल की नज़र से, नज़रों की दिल से ये बात क्या है, ये राज़ क्या है कोई हमें बता दे सीने से उठकर, होंठों पे आया ये गीत कैसा, ये राज क्या है कोई हमें बता दे

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रात भी है कुछ भीगी-भीगी…

रात भी है कुछ भीगी-भीगी, चाँद भी कुछ है मद्धम-मद्धम तुम आओ तो आँखें खोले, सोई हुई पायल की छम-छम

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चाँद मद्धम है, आसमाँ चुप है

चाँद मद्धम है, आसमाँ चुप है नींद की गोद में, जहाँ चुप है दूर वादी में दूधिया बादल झुककर पर्वत को प्यार करते हैं दिल में नाक़ाम हसरतें लेकर हम तेरा इंतज़ार करते हैं चाँद मद्धम है…

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फुटपाथ और घर

सोते हैं जो फुटपाथ पे वो सोच रहे हैं घर जिनके सलामत हैं वो घर क्यों नहीं जाते । — शेर: सतनाम सिंह ‘हुनर’

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