चाँद मद्धम है, आसमाँ चुप है

चाँद मद्धम है, आसमाँ चुप है
नींद की गोद में, जहाँ चुप है

दूर वादी में दूधिया बादल
झुककर पर्वत को प्यार करते हैं
दिल में नाक़ाम हसरतें लेकर
हम तेरा इंतज़ार करते हैं
चाँद मद्धम है…

इन बहारों के साये में आ जा
फिर मोहब्बत जवाँ रहे न रहे
ज़िन्दगी तेरे नामुरादों पर
कल तलक मेहरबान रहे न रहे
चाँद मद्धम है…

रोज़ की तरह आज भी तारे
सुबह की ग़र्द में न खो जायें
आ तेरे ग़म में जागती आँखें
कम से कम एक रात सो जायें
चाँद मद्धम है …

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गीत: साहिर लुधियानवी / Lyric: Sahir Ludhiyanvi
संगीत: मदन मोहन / Music: Madan Mohan
गायिका: लता मंगेश्कर  / Singer: Lata Mangeshkar
अभिनेता: सुनील दत्त, नलिनी जयवंत, शीला रमानी / Actors: Sunil Dutt, Nalini Jaywant, Sheila Ramani
फिल्म: रेलवे प्लेटफ़ॉर्म (१९५५) / Film: Railway Platform (1955)

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Chaand maddham hai, aasmaan chup hai
Neend ki god mein, jahaan chup hai

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Note: “Muhabbat” and “Mohabbat” (मुहब्बत/मोहब्बत) are generally used as synonyms (पर्यायवाची).

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