रात भी है कुछ भीगी-भीगी…

रात भी है कुछ भीगी-भीगी, चाँद भी कुछ है मद्धम-मद्धम
तुम आओ तो आँखें खोले, सोई हुई पायल की छम-छम

किसको बतायें कैसे बतायें, आज अजब है दिल का आलम
चैन भी है कुछ हल्का-हल्का, दर्द भी है कुछ मद्धम-मद्धम

तपते दिल पर यूँ गिरती है, तेरी नज़र से प्यार की शबनम
जलते हुये जंगल पर जैसे, बरखा बरसे रुक-रुक, थम-थम

होश में थोड़ी बेहोशी है, बेहोशी में होश है कम-कम
तुझको पाने की कोशिश में, दोनों जहाँ से खोये गये हम

गीत: साहिर लुधियानवी / Lyric: Sahir Ludhiyanvi
संगीत: जयदेव / Music: Jaidev
गायिका: लता मंगेश्कर  / Singer: Lata Mangeshkar
अभिनेता: सुनील दत्त, वहीदा रहमान, और साथी / Actors: Sunil Dutt, Waheeda Rehman, and other
फिल्म: मुझे जीने दो (१९६३)  / Film: Mujhe Jeene Do (1963)

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Raat bhi hai kuchh bheegi-bheegi, chaand bhi hai kuchh maddham-madham

Tum aao to aankhen khole, soi huyi paayal ki chham-chham


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