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Tag Archives: Corruption
बापू के बन्दर आधुनिक युग में (काका हाथरसी)
बन्दर एक बता रहा, रखकर मुँह पर हाथ चुप्पी से बनते चतुर, औंदू-भौंदूनाथ औंदू-भौंदूनाथ, सुनो साहब-सरदारो एक चुप्प से हार जायें, वाचाल हजारों ‘काका’ करो इशारों से, स्मगलिंग का धंधा गूँगा बनकर छूट, तोड़ कानूनी फंदा
Posted in Hindi | हिन्दी, Humor, Literature
Tagged Corruption, India, Kaka Hathrasi, Poems, Satire, Social Theme, काका हाथरसी, भारत, भ्रष्टाचार, व्यंग्य, हास्य कवितायें, हिन्दी, हिन्दी पद्य
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आधुनिक शिक्षा
विद्यालय में आ गये इंस्पेक्टर स्कूल छठी क्लास में पढ़ रहा विद्यार्थी हरफूल विद्यार्थी हरफूल, प्रश्न उससे कर बैठे किसने तोड़ा शिव का धनुष, बताओ बेटे?
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“On duty to protect Maya, cop cleans her shoes”
An interesting news from zeenews.com (Feb. 8, 2011): Lucknow: Mayawati’s quirky ways are in the news again, Tuesday. This time it’s because of her personal security officer (PSO) who went beyond his call of duty to clean the Chief Minister’s … Continue reading
आधुनिक चोर
दोपहरी में चोर दुकान का, तोड़ रहा था ताला पुलिसमैन था खड़ा सड़क पर, बोले उससे लाला खड़े-खड़े क्या देख रहे हो, पकड़ो उसे सिपाही कहा सिपाही ने तब, इसको मैं नहीं पकड़ता भाई आगे चलकर ये मेरी सर्विस को … Continue reading
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हमारे ऐसे भाग्य कहाँ (शैल चतुर्वेदी)
एक दिन अकस्मात एक पुराने मित्र से हो गई मुलाकात हमने कहा-“नमस्कार।” वे बोले-“ग़ज़ब हो गया यार! क्या खाते हो जब भी मिलते हो पहले से डबल नज़र आते हो?”
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Tagged Corruption, Poems, Satire, Shail Chaturvedi, Social Theme, भारत, भ्रष्टाचार, व्यंग्य, शादी-विवाह पर प्रहसन, शैल चतुर्वेदी, हास्य कवितायें, हिन्दी, हिन्दी पद्य
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