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Tag Archives: देवानंद
तेरी दुनिया में जीने से तो…
तेरी दुनिया में जीने से तो बेहतर है कि मर जायें वही आसूँ वही आहें वही ग़म है जिधर जायें
Posted in Film Lyrics, Hindi | हिन्दी, Literature, Urdu (Hindustani)
Tagged 1955, Devanand, Hemant Kumar, House No. 44, Kalpana Kartik, S.D. Burman, Sad Songs, Sahir Ludhiyanvi, उर्दू (हिन्दुस्तानी), कल्पना कार्तिक, दर्द भरे नग्मे, देवानंद, सचिन देव बर्मन, साहिर लुधियानवी, हाउस नं. ४४, हिन्दी, हेमंत कुमार, फ़िल्मी गीत, १९५५
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बहे न कभी नैन से नीर
बहे न कभी नैन से नीर उठी हो चाहे दिल में पीर बावरे यही प्रीत की रीत बावरे यही प्रीत की रीत
Posted in Film Lyrics, Hindi | हिन्दी, Literature
Tagged 1948, Devanand, Mukesh, S.D. Burman, Sad Songs, Suraiya, Vidya, Y. N. Joshi, दर्द भरे नग्मे, देवानंद, मुकेश, वाई. एन. जोशी, विद्या, सचिन देव बर्मन, सुरैया, हिन्दी, हिन्दी पद्य, फ़िल्मी गीत, १९४८
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चाहे कोई खुश हो, चाहे गालियाँ हज़ार दे
चाहे कोई खुश हो, चाहे गालियाँ हज़ार दे मस्तराम बन के ज़िन्दगी के दिन गुज़ार दे
Posted in Film Lyrics, Hindi | हिन्दी, Humor, Literature, Urdu (Hindustani)
Tagged 1954, Chorus, Devanand, Johny Walker, Kishore Kumar, S.D. Burman, Sahir Ludhiyanvi, Taxi Driver, उर्दू (हिन्दुस्तानी), किशोर कुमार, जीवन-सूत्र, जॉनी वॉकर, टैक्सी ड्राइवर, देवानंद, सचिन देव बर्मन, साहिर लुधियानवी, हिन्दी, हिन्दी पद्य, फ़िल्मी गीत, १९५४
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देने वाला जब भी देता…
देने वाला जब भी देता, पूरा छप्पर फाड़ के देता नंग-धडंग-मलंग जनों को दूरबीन से ताड़ के देता न देखे वो गोरा-काला, न देसी-परदेसी जब चाहे सोने से भर दे, फटे टाट की ठेसी जिस पर उसको प्यार आ जाता, … Continue reading
Posted in Film Lyrics, Hindi | हिन्दी, Humor, Literature
Tagged 1956, Chorus, Devanand, Funtoosh, Kishore Kumar, Mehmood, S.D. Burman, Sahir Ludhiyanvi, Social Theme, उर्दू (हिन्दुस्तानी), किशोर कुमार, जीवन-सूत्र, देवानंद, फंटूश, महमूद, सचिन देव बर्मन, साहिर लुधियानवी, हिन्दी, फ़ंटूश, फ़िल्मी गीत, १९५६
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