Category Archives: Hindi | हिन्दी

श्रृंगार-शतक : रमणियाँ

मूल संस्कृत पद्य स्मितेन भावेन च लज्जया भिया पराङ्गमुखैरर्धकटाक्षवीक्षणैः । वचोभिरीर्ष्याकलहेन लीलया समस्तभावैः खलु बन्धनं स्त्रियः ।। २ ।।

Posted in Hindi | हिन्दी, Literature, Sanskrit | संस्कृत | Tagged , , , , , , , , , | Comments Off on श्रृंगार-शतक : रमणियाँ

श्रृंगार-शतक : स्त्रियों के आभूषण और अस्त्र

मूल संस्कृत पद्य भ्रूचातुर्यात्कुञ्चिताक्षाः कटाक्षाः स्निग्धा वाचो लज्जितान्ताश्च  हासाः । लीलामन्दं प्रस्थितं च स्थितं च स्त्रीणामेतद्  भूषणं चायुधं च ।। ३ ।। —

Posted in Hindi | हिन्दी, Literature, Sanskrit | संस्कृत | Tagged , , , , , , , , , | Comments Off on श्रृंगार-शतक : स्त्रियों के आभूषण और अस्त्र

तस्वीर बनाता हूँ तेरी ख़ून-ए-जिगर से

तस्वीर बनाता हूँ तेरी, ख़ून-ए-जिगर से देखा है तुझे मैंने, मुहब्बत की नज़र से

Posted in Film Lyrics, Hindi | हिन्दी, Urdu (Hindustani) | Tagged , , , , , , , , , , , , , , , , , , | Comments Off on तस्वीर बनाता हूँ तेरी ख़ून-ए-जिगर से

ज़माने का दस्तूर है ये पुराना

ज़माने का दस्तूर, है ये पुराना मिटा कर बनाना, बना कर मिटाना ज़माने का दस्तूर, है ये पुराना

Posted in Film Lyrics, Hindi | हिन्दी, Literature | Tagged , , , , , , , , , , , , , , , , , | Comments Off on ज़माने का दस्तूर है ये पुराना

ज़िंदगी ईनाम-ए-कुदरत है…

कहते हैं मुझसे, ज़िंदगी ईनाम-ए-कुदरत है सज़ा क्या होगी उसकी, जिसका ये ईनाम है साकी

Posted in Hindi | हिन्दी, Literature, Sher-o-Shayari, Urdu (Hindustani) | Tagged , , , , , , | Comments Off on ज़िंदगी ईनाम-ए-कुदरत है…