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Category Archives: Hindi | हिन्दी
क्या उम्मीद करें हम उनसे…
क्या उम्मीद करें हम उनसे, जिनको वफ़ा मालूम नहीं ग़म देना मालूम है लेकिन, ग़म की दवा मालूम नहीं
Posted in Hindi | हिन्दी, Literature, Sher-o-Shayari, Urdu (Hindustani)
Tagged Poems, Sher-o-Shayari, Zafar Gorakhpuri, उर्दू (हिन्दुस्तानी), दर्द भरे नग्मे, शेरो-शायरी, हिन्दी, ज़फर गोरखपुरी
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क़िस्मत बिगड़ी, दुनिया बदली…
क़िस्मत बिगड़ी, दुनिया बदली, फिर कौन किसी का होता है ऐ दुनिया वालो सच कहो, क्या प्यार भी झूठा होता है
Posted in Film Lyrics, Hindi | हिन्दी, Literature, Urdu (Hindustani)
Tagged 1951, Afsana, Asad Bhopali, Husnlal Bhagatram, Mukesh, Sad Songs, असद भोपाली, अफ़साना, उर्दू (हिन्दुस्तानी), जीवन-सूत्र, दर्द भरे नग्मे, मुकेश, हिन्दी, हिन्दी पद्य, हुस्नलाल भगतराम, फ़िल्मी गीत, १९५१
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उनका ग़म
हर ख़ुशी दिल को ग़मगीन किये जाती है इक तेरे ग़म से ज़िंदगी शादाब हुई जाती है
Posted in Hindi | हिन्दी, Literature, Sher-o-Shayari, Urdu (Hindustani)
Tagged Poems, Sher-o-Shayari, Unknown Author(s), अज्ञात, उर्दू (हिन्दुस्तानी), शेरो-शायरी, हिन्दी
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सुभाषित : शोक का प्रभाव
मूल संस्कृत पद्य शोको नाशयते धैर्य, शोको नाशयते श्रॄतम्। शोको नाशयते सर्वं, नास्ति शोकसमो रिपु॥
Posted in Hindi | हिन्दी, Literature, Sanskrit | संस्कृत
Tagged Classical Indian Texts, Pearls of Wisdom, Subhashit, जीवन-सूत्र, लोकोक्तियाँ, संस्कृत, सुभाषित
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नीति-शतक : न्याय का पथ
मूल संस्कृत पद्य निन्दन्तु नीतिनिपुणा, यदि वा स्तुवन्तु लक्ष्मीः स्थिरा भवतु, गच्छतु वा यथेष्टम् । अद्यैव वा मरणमस्तु, युगान्तरे वा न्याय्यात्पथः प्रविचलन्ति, पदं न धीराः ।। ७४ ।।
Posted in Hindi | हिन्दी, Literature, Sanskrit | संस्कृत
Tagged Bhartrihari, Classical Indian Texts, Moolchandra Pathak, Neeti Shatak, Pearls of Wisdom, Social Theme, Subhashit, जीवन-सूत्र, नीति-शतक, भर्तृहरि, मूलचंद्र पाठक, लोकोक्तियाँ, संस्कृत, सुभाषित
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