Tag Archives: Poems

मुहब्बत का अंजाम / Muhabbat Ka Anjaam

ऐ मुहब्बत, तेरे अंजाम पे रोना आया जाने क्यों आज, तेरे नाम पे रोना आया यूँ तो हर शाम उम्मीदों में गुज़र जाती थी आज कुछ बात है जो शाम पे रोना आया

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मारे गये गुलफ़ाम…

(Maare Gaye Gulfaam, Aji Haan Maare Gaye Gulfaam) मारे गये गुलफ़ाम, अजी हाँ मारे गये गुलफ़ाम * उल्फ़त भी रास न आई, अजी हाँ मारे गये गुलफ़ाम एक सब्ज़परी देखी, और दिल को गँवा बैठे * मस्ताना निगाहों पर, फिर … Continue reading

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मोहब्बत भी झूठी, ज़माना भी झूठा

मोहब्बत भी झूठी, ज़माना भी झूठा मोहब्बत का है ये फ़साना भी झूठा अदायें भी झूठीं, वफायें भी झूठीं ये सब रूठ जाना मनाना भी झूठा मोहब्बत भी झूठी…

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चलो एक बार फिर से अजनबी बन जायें हम दोनों

चलो एक बार फिर से अजनबी बन जायें हम दोनों न मैं तुमसे कोई उम्मीद रखूँ दिलनवाज़ी की, न तुम मेरी तरफ देखो ग़लत-अंदाज़ नज़रों से | न मेरे दिल की धड़कन लड़खड़ाये मेरी बातों में, न जाहिर हो तुम्हारी … Continue reading

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एक झूठी सी तसल्ली, वो मुझे देके चले

“Ek jhoothi si tasalli woh mujhe deke chale”: A very rare & beautiful song of Mukesh, from film: Shisham एक झूठी सी तसल्ली, वो मुझे देके चले मेरा दिल लेके चले… तेरे वादों के सहारे पे, जिये जायेंगे हम सहते … Continue reading

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