मारे गये गुलफ़ाम…

(Maare Gaye Gulfaam, Aji Haan Maare Gaye Gulfaam)

मारे गये गुलफ़ाम, अजी हाँ मारे गये गुलफ़ाम *
उल्फ़त भी रास न आई, अजी हाँ मारे गये गुलफ़ाम

एक सब्ज़परी देखी, और दिल को गँवा बैठे *
मस्ताना निगाहों पर, फिर होश लुटा बैठे
काहे को मैं मुस्कुराई, अजी हाँ मारे गये गुलफ़ाम
मारे गये गुलफ़ाम, अजी हाँ मारे गये गुलफ़ाम

अब रू की कटारी से, नैनों की दुधारी से *
वो हो के रहे ज़ख़्मी, एक वादे-बहारी  से *
ये ज़ुल्फ़ क्यों लहराई, अजी हाँ मारे गये गुलफ़ाम
मारे गये गुलफ़ाम, अजी हाँ मारे गये गुलफ़ाम

इस प्यार की महफ़िल में, वो आये मुक़ाबिल में *
वो तीर चले दिल पर, हलचल सी हुई दिल में
चाहत की सज़ा पाई, अजी हाँ मारे गये गुलफ़ाम
मारे गये गुलफ़ाम, अजी हाँ मारे गये गुलफ़ाम

उल्फ़त भी रास न आई, अजी हाँ मारे गये गुलफ़ाम

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* शब्दार्थ :
गुलफ़ाम = सुंदर (गुल का मतलब  है फूल/पुष्प, यहाँ गुलफ़ाम का अर्थ है: स्वभाव से कोमल व्यक्ति) (Gul means flower, Gulfaam in this lyric refers to an aesthete, a very soft person)
उल्फ़त = प्रेम / प्यार
सब्ज़परी = सपनों की परी (ऐसी परी जिसका मिलना संभव न हो)
रू = मुख, चेहरा (सुंदर मुखड़ा)
वादे-बहारी = वादा-ए-बहारी = बहारों (बसंत) के वादों से
मुक़ाबिल = प्रत्यक्ष, सन्मुख (confronted, in confrontation)

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गीत: हसरत जयपुरी (Lyric: Hasrat Jaipuri)
संगीत: शंकर जयकिशन (Music: Shankar Jaikishan)
गायिका: लता मंगेश्कर (Singer: Lata Mangeshkar)
फिल्म: तीसरी कसम (Film: Teesri Kasam) (1966)
अभिनेता: वहीदा रहमान, राज कपूर, और साथी (Actors: Waheeda Rehman, Raj Kapoor, and others)

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Maare Gaye Gulfam, Aji Haan Maare Gaye Gulfaam

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