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Category Archives: Hindi | हिन्दी
तुम जिस पे नज़र डालो, उस दिल का ख़ुदा हाफ़िज़
तुम जिस पे नज़र डालो, उस दिल का ख़ुदा हाफ़िज़ क़ातिल की ख़ुदा जाने, बिस्मिल का ख़ुदा हाफ़िज़
Posted in Film Lyrics, Hindi | हिन्दी, Literature
Tagged 1963, Mohd. Rafi, Rajinder Krishan, Ravi, Sunil Dutt, Yeh Rastey Hain Pyar Ke, उर्दू (हिन्दुस्तानी), मोहम्मद रफ़ी, ये रास्ते हैं प्यार के, रवि, राजेन्द्र कृष्ण, सुनील दत्त, हिन्दी, फ़िल्मी गीत, १९६३
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दहेज की बारात
जा दिन एक बारात को मिल्यौ निमंत्रण-पत्र फूले-फूले हम फिरें, यत्र-तत्र-सर्वत्र यत्र-तत्र-सर्वत्र, फरकती बोटी-बोटी बा दिन अच्छी नाहिं लगी अपने घर रोटी कहँ ‘काका’ कविराय, लार म्हौंड़े सों टपके कर लड़ुअन की याद, जीभ स्याँपन सी लपके
Posted in Hindi | हिन्दी, Humor, Literature
Tagged Kaka Hathrasi, Poems, Satire, Social Theme, काका हाथरसी, व्यंग्य, सामाजिक बुराइयाँ, सामाजिक समस्यायें, हास्य कवितायें, हिन्दी, हिन्दी पद्य
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गाँव में शहर की महिला
शहर की एक महिला ने हिम्मत दिखाई, वह प्रौढ़ों को शिक्षित करने के लिये गाँव में आई एक दिन यूँ ही बैठी-बैठी सुस्ता रही थी और एक गीत गा रही थी ” ओ सावन के बदरा, ” आये नहीं हमारे … Continue reading
Posted in Hindi | हिन्दी, Humor, Literature
Tagged Poems, Rural Population, Unknown Author(s), अज्ञात, ओशो, व्यंग्य, हास्य कवितायें, हिन्दी, हिन्दी पद्य
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सफल नेता
सफल राजनीतिज्ञ वह जो, जन गण में व्याप्त । जिस पद को वह पकड़ ले, कभी न होय समाप्त ॥ कभी न होय समाप्त, घुमाए पहिया ऐसा । पैसा से पद मिले, मिले फिर पद से पैसा ॥ कँह काका … Continue reading
Posted in Hindi | हिन्दी, Humor, Literature
Tagged Kaka Hathrasi, Satire, काका हाथरसी, भारत, भ्रष्टाचार, राजनीति, व्यंग्य, सामाजिक बुराइयाँ, सामाजिक समस्यायें, हास्य कवितायें, हिन्दी, हिन्दी पद्य
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जय बोलो बेईमान की
मन, मैला, तन ऊजरा, भाषण लच्छेदार, ऊपर सत्याचार है, भीतर भ्रष्टाचार। झूटों के घर पंडित बाँचें, कथा ‘सत्य-भगवान’ की, जय बोलो बेईमान की! प्रजातंत्र के पेड़ पर, कौआ करें किलोल, टेप-रिकार्डर में भरे, चमगादड़ के बोल। नित्य नई योजना बन … Continue reading
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