मुखड़ा (रफ़ी, रहमान के लिये स्वर):
फिरते थे जो बड़े ही सिकंदर बने हुये
बैठें हैं उनके सर पे कबूतर बने हुये
गीत (रफ़ी):
जिस प्यार में ये हाल हो, उस प्यार से तौबा
तौबा, उस प्यार से तौबा…
(मुकेश, राज कपूर के लिये स्वर):
जो बोर करे यार को उस यार से तौबा
तौबा, उस यार से तौबा…
(रफ़ी:)
हमने भी ये सोचा था कभी प्यार करेंगे
छुप-छुप के किसी शोख हसीना पे मरेंगे
देखा जो अज़ीज़ों को मुहब्बत में तड़पते
दिल कहने लगा, हम तो मुहब्बत से डरेंगे
इन नरगिसी आँखों के छुपे वार से तौबा
(मुकेश:)
जो बोर करे यार को उस यार से तौबा
तौबा, उस यार से तौबा…
(मुकेश:)
तुम जैसों की नज़रें न हसीनों से लड़ेंगीं
ग़र लड़ भी गईं, अपने ही क़दमों पे गड़ेंगीं
भूले से किसी शोख पे दिल फ़ेंक न देना
झड़ जायेंगे सब बाल वो बे-भाव पड़ेंगीं
तुम जैसों को जो पड़ती है
उस मार से तौबा, तौबा, उस मार से तौबा
(रफ़ी:)
जिस प्यार में ये हाल हो, उस प्यार से तौबा
तौबा, उस प्यार से तौबा…
(मुकेश:)
दिल जिनका जवाँ है वो सदा इश्क़ करेंगे
(रफ़ी:)
जो इश्क़ करेंगे वो सदा ‘हाय’ आह भरेंगे
(मुकेश:)
जो दूर से देखेंगे, वो जल-जल के मरेंगे
(रफ़ी:)
जल-जल के मरेंगे तो कोई फ़िक्र नहीं है
माशूक़ के क़दमों पे मगर सर न धरेंगे
(मुकेश:)
सरकार से तौबा, मेरी, सरकार से तौबा
(रफ़ी:)
जिस प्यार में ये हाल हो
(मुकेश:)
जो बोर करे यार को
(रफ़ी:)
जिस प्यार में ये हाल हो, उस प्यार से तौबा
तौबा, उस प्यार से तौबा…
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गीत: साहिर लुधियानवी / Lyric: Sahir Ludhiyanvi
संगीत: खय्याम / Music: Khayyam
गायक: मुकेश, मोहम्मद रफ़ी / Singer: Mukesh, Mohd. Rafi
अभिनेता: राज कपूर, रहमान, माला सिन्हा / Actors. Raj Kapoor, Rehman, Mala Sinha
फिल्म: फिर सुबह होगी (१९५८) / Film: Phir Subah Hogi (1958)
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Jis Pyar mein yeh haal ho, us pyar se tauba
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Note 1: “Muhabbat” and “Mohabbat” (मुहब्बत/मोहब्बत) are generally used as synonyms (पर्यायवाची).
Note 2: Most people interpret the text in the opening lines (मुखड़ा) as “baithe hain unke DAR (दर) pe kabootar bane huye”, listening to it carefully however seems to indicate that Sahir has rather penned it as “baithe hain unke SAR (सर) pe kabootar bane huye”. This also seems more logical as the scene does not show the protagonist played by Raj Kapoor as sitting in front of his lady love’s (played by Mala Sinha) home, rather than hanging around with her in a park.