वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
समझने वाले, समझ गये हैं
न समझे? न समझे वो अनाड़ी है
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
चाँदी की चमकती राहें
वो देखो झूम-झूम के बुलायें
किरनों ने पसारी बाहें
कि अरमाँ नाच-नाच लहरायें
बाजे दिल के तार, गाये ये बहार
उभरे है प्यार जीवन में
वो चाँद खिला…
किरनों ने चुनरिया तानी,
बहारें किस पे आज हैं दीवानी
चंदा की चाल मस्तानी
है पागल किस पे रात की रानी
तारों का जाल, ले-ले दिल निकाल
पूछो न हाल, मेरे दिल का
वो चाँद खिला…
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गीत: हसरत जयपुरी / Lyrics: Hasrat Jaipuri
संगीत: शंकर जयकिशन / Music: Shankar Jaikishan
गायक: लता मंगेश्कर, मुकेश / Singer: Lata Mangeshkar, Mukesh
फिल्म: अनाड़ी (१९५९) / Film: Anari (1959)
अभिनेता: राज कपूर और नूतन / Actors: Raj Kapoor and Nutan
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Woh chaand khila, woh taare hanse
Yeh raat ajab matwari hai
Samajhne wale samajh gaye hain
Na samajhe? na samajhe wo anari hai
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