परस्तिश* कर, मुहब्बत करने वालों की परस्तिश कर
खुदा होता है दिल में, जब मुहब्बत दिल में होती है
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शेर: बिस्मिल सईदी
* शब्दार्थ
परस्तिश = पूजा, आराधना (worship, prayer)
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डॉ. ज़रीना सानी और डॉ. विनय वाईकर की पुस्तक “आईना-ए-ग़ज़ल” (पाँचवां संशोधित संस्करण 2002, पृष्ठ 117,श्री मंगेश प्रकाशन, नागपुर) से साभार उद्धृत
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Parashtish kar, muhabbat karne walon ki parashtish kar
Khuda hota hai dil mein, jab muhabat dil mein hoti hai
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Sher/Couplet: Bismil Saeedi
Gratefully excerpted from “Aaina-e-Ghazal” of Dr. Zarina Sani and Dr. Vinay Waikar, 5th revised edition, 2002, p. 117, Shree Mangesh Prakashan, Nagpur.
Note: “Muhabbat” and “Mohabbat” (मुहब्बत/मोहब्बत) are generally used as synonyms (पर्यायवाची).