-
Archives
- October 2023
- December 2021
- November 2017
- October 2017
- August 2017
- July 2017
- June 2017
- May 2017
- October 2016
- April 2016
- March 2016
- July 2015
- February 2015
- November 2014
- August 2014
- July 2014
- June 2014
- April 2014
- January 2014
- December 2013
- November 2013
- October 2013
- September 2013
- August 2013
- June 2013
- May 2013
- March 2013
- January 2013
- December 2012
- November 2012
- September 2012
- August 2012
- March 2012
- February 2012
- January 2012
- December 2011
- October 2011
- September 2011
- August 2011
- May 2011
- April 2011
- March 2011
- February 2011
- January 2011
- December 2010
-
Meta
Tag Archives: बिस्मिल सईदी
मुहब्बत करने वालों की परस्तिश कर
परस्तिश* कर, मुहब्बत करने वालों की परस्तिश कर खुदा होता है दिल में, जब मुहब्बत दिल में होती है —- शेर: बिस्मिल सईदी
Posted in Hindi | हिन्दी, Literature, Sher-o-Shayari, Urdu (Hindustani)
Tagged Aaina-e-Ghazal, Bismil Saeedi, Vinay Waikar, Zarina Sani, आईना-ए-ग़ज़ल, उर्दू (हिन्दुस्तानी), बिस्मिल सईदी, विनय वाईकर, शेरो-शायरी, ज़रीना सानी
Comments Off on मुहब्बत करने वालों की परस्तिश कर
अज़्म-ए-इन्साँ / Azm-e-insaan
अज़्म-ए-इन्साँ है कि बन जाये फ़रिश्ता लेकिन। हर फ़रिश्ते को ये हसरत है कि इन्साँ होता।। (*अज़्म = ख्वाहिश, संकल्प, determination) शेर: बिस्मिल सईदी डॉ. ज़रीना सानी और डॉ. विनय वाईकर की पुस्तक “आईना-ए-ग़ज़ल” (पाँचवां संशोधित संस्करण 2002, श्री मंगेश प्रकाशन, … Continue reading
Posted in Hindi | हिन्दी, Literature, Sher-o-Shayari, Urdu (Hindustani)
Tagged Aaina-e-Ghazal, Bismil Sayeedi, Sher-o-Shayari, Vinay Waikar, Zarina Sani, आईना-ए-ग़ज़ल, उर्दू (हिन्दुस्तानी), बिस्मिल सईदी, विनय वाईकर, शेरो-शायरी, हिन्दी, ज़रीना सानी
Comments Off on अज़्म-ए-इन्साँ / Azm-e-insaan