मुखड़ा:
ऐ मेरे मुश्किल-कुशा, फ़रियाद है – फ़रियाद है
आपके होते हुये दुनिया मेरी बरबाद है
गीत:
बेकस पे करम कीजिये, सरकार-ए-मदीना
गर्दिश में है तक़दीर, भँवर में है सफ़ीना
बेकस पे करम कीजिये…
है वक़्त-ए-मदद, आइये बिगड़ी को बनाने
पोशीदा नहीं आपसे, कुछ दिल के फ़साने
ज़ख्मों से भरा है, किसी मजबूर का सीना
बेकस पे करम कीजिये…
छाई है मुसीबत की घटा, गेसुओं वाले
लिल्लाह मेरी डूबती, कश्ती को बचा ले
तूफ़ान के आसार हैं, दुश्वार है जीना
बेकस पे करम कीजिये…
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गीत: शकील बदायूँनी / Lyrics: Shakeel Badayuni
संगीत: नौशाद / Music: Naushad
गायिका: लता मंगेश्कर / Singer: Lata Mangeshkar
फ़िल्म: मुग़ल-ए-आज़म (१९६०) / Film: Mughal-e-Azam (1960)
अभिनय: मधुबाला / Actors: Madhubala
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शब्दार्थ / Meanings
कुशा = खोलने वाले, हटाने वाले
बेकस = दुःखी (destitute, sad)
गर्दिश = दुर्भाग्य (misfortune)
सफीना = नाव, नैया (boat)
पोशीदा = छुपे (hidden)
लिल्लाह = भगवान के लिये, ख़ुदा के वास्ते (for God’s sake)
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Bekas pe karam keejiye sarkar-e-madeena
Gardish mein hai taqdeer, bhanwar main hai safeena