रात को जी चमके तारे…

रात को जी,  हाय, रात को जी चमके तारे,
देख बलम मोहें अँखियाँ मारे
जी, मैं मर गई रामा

रात को जी, हाय, रात को जी चमके तारे,
पहलू में दिल मेरा पाँव पसारे
जी, मैं का करूँ राम

रात को जी, हाय, रात को जी बोले पपीहरा,
देख बलम मोरा डोले जियरा
जी, मैं मर गई रामा

रात को जी, हाय, रात को जी बोले पपीहरा,
भेद खोले तेरा-मेरा, मेरा-तेरा
जी, मैं का करूँ राम

रात को जी, हाय, रात को जी चमके चंदा,
जैसे बलम तेरे प्यार का फंदा
जी, मैं मर गई रामा

रात को जी, हाय, रात को जी चमके चंदा,
तेरे बिन पाये नहीं चैन ये बंदा
जी, मैं का करूँ रामा

रात को जी, हाय, रात को जी उड़ते बादल,
देख बलम मोरा छोड़ दे आँचल
जी, मैं मर गई रामा

रात को जी, हाय, रात को जी उड़ते बादल,
साथ हमारे गोरी दूर चली चल
जी, मैं का करूँ रामा

—-
गीत: मजरूह सुल्तानपुरी  / Lyric: Majrooh Sultanpuri
संगीत: राम गाँगुली  / Music: Ram Ganguly
गायक: मुकेश, शमशाद बेग़म / Singer: Mukesh, Shamshad Begum
फिल्म: आग (१९४८) / Film: Aag (1948)
अभिनेता: राज कपूर और साथी / Actors: Raj Kapoor and others

Note. The duo of Shankar Jaikishan (शंकर जयकिशन) worked as assistant of music director Ram Ganguly in this fim, before being given a break for the full-fledged composition of Raj Kapoor’s next film Barsaat (1949).

—-

Raat ko ji chamke taare
Dekh balam mohen ankhiyaan maare
Ji, main mar gayi rama

—-

This entry was posted in Film Lyrics, Hindi | हिन्दी, Humor, Literature and tagged , , , , , , , , , , , , , , , , , , . Bookmark the permalink.