तुमको फ़ुरसत हो मेरी जाँ तो…

तुमको फ़ुरसत हो, मेरी जाँ, तो इधर देख तो लो
चार आँखें न करो, एक नज़र देख तो लो
तुमको फ़ुरसत हो…

बात करने के लिये, कौन तुम्हें कहता है
न करो हमसे कोई, बात मगर देख तो लो
तुमको फ़ुरसत हो…

अपने बीमार-ए-मोहब्बत की तसल्ली के लिये
हाल-ए-दिल पूछ तो लो, ज़ख्म-ए-जिगर देख तो लो
तुमको फ़ुरसत हो…

दिल-ए-बरबाद को, आबाद करो या न करो
कम से कम तुम मेरा, उजड़ा  हुआ घर देख तो लो
तुमको फ़ुरसत हो…

—–

गीत: (Lyrics: Sarshar Sailani)
संगीत: ए. आर. कुरैशी / Music: A.R. Qureshi
फिल्म: बेवफा / Film: Bewafa (1952)
गायक: तलत महमूद / Singer: Talat Mahmood
अभिनेता: राज कपूर / Actor: Raj Kapoor

—-

Tumko fursat ho meri jaan to idhar dekh to lo

Chaar aankhen na karo, ek nazar dekh to lo

—-

 

This entry was posted in Film Lyrics, Hindi | हिन्दी, Literature, Sher-o-Shayari, Urdu (Hindustani) and tagged , , , , , , , , , , , , , . Bookmark the permalink.