आई दीवाली आई, कैसे उजाले लाई
घर-घर खुशियों के दीप जले ….
सूरज को शरमायें, ये चरागों की क़तारें
रोज़-रोज़ कब आती हैं, ये उजाले की बहारें
और सखी, आज रात बालम से, दिल जीतें या दिल हारें
आई दीवाली आई …
रह-रह के फूटी फुलझड़ियाँ, लागे मेले रंगों के
कदम-कदम पे दीप जले हैं, जागे भाग पतंगों के
और सखी, आज रात को खुल के खेलें, हम भी खेल उमंगों के
आई दीवाली आई …
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गीत: राजेन्द्र कृष्ण / Lyric: Rajinder Krishan
संगीत: मदन मोहन / Music: Madan Mohan
गायक: आशा भोंसले और साथी / Singers: Asha Bhosle and chorus
फ़िल्म: ख़ज़ांची (१९५८) / Film: Khazanchi (1958)
अभिनेता: श्यामा और साथी / Actors: Shyama and others
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Aayi diwali aayi, kaise ujaale layi
Ghar-ghar khushiyon ke deep jale
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